करंट लगने पर
पीड़ित को 5 मिनट
के अंदर कार्डियोप्लमनरी
रिससिटेशन की तकनीक
का प्रयोग करके
10 मिनट में होश
में लाया जा
सकता है. इसमें
पीड़ित का दिल
प्रति मिनट 100 बार
दबाया जाता है.
डॉक्टरों के अनुसार
तीव्र करंट लगने
से क्लिनिकल मौत
5 मिनट में हो
जाती है, इसलिए
मरीज को तुरंत
कार्डियोप्लमनरी सांस देना
चाहिए.

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