शुक्रवार, 7 जून 2024

चिड़िया का मल क्यों होता है सफेद?


आप के ऊपर कभी न कभी चिड़िया ने मल जरूर किया होगा लेकिन आपने कभी सोचा है कि चिड़िया का मल सफ़ेद ही क्यों होता है ? दरअसल चिड़ियों के शरीर में क्लोआका नाम का एक अंग होता है जो, मल मूत्र त्यागने में मदद करता है. जब पक्षी पानी पीते हैं तो उनके शरीर में मौजूद किडनी उसे छानती है और 98 फीसदी पानी शरीर में ही एब्सॉर्ब हो जाता है. इसके बाद बची हुयी गंदगी क्लोआका में चली जाती है और वहीं से निकल जाती है.चिड़िया की पेशाब के साथ मल भी निकलता है जो नाइट्ररोजन से बना होता है. पानी के साथ मिलने पर ये अमनोनिया बन जाता है जो तुरंत शरीर से निकलना जरूर होता है. उनके शरीर का नाइट्रोजन वेस्ट यूरिक एसिड की तरह निकलता है और इस वजह से इसका रंग सफेद होता है. अगर आपने अपनी कार पर गिरे पक्षियों के मल को देखा होगा तो वो पूरी तरह मल नहीं होता, टेक्निकली उसमें पेशाब, यूरिक एसिड पेटैशियम और फॉसफेट मिला रहता है. ब्लैडर ना होने के कारण ही चिड़िया बार-बार शरीर से गंदगी को बाहर निकालती है. इस वजह से पेड़ के नीचे खड़ी गाड़ियों पर कुछ ही देर में काफी मल पड़ा दिख जाता है.

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