रविवार, 13 नवंबर 2016

जब गंगा साफ होगी तो यहां भी तैरेंगे कसीनो



मौजूदा समय में देश में जुआ खेलना गैरकानूनी है. लेकिन देश के कानून के मुताबिक यहां राज्‍य सरकारें ऑफशोर कसीनों अर्थात पानी पर तैरने वाले कसीनो खोलने की इजाजत दे सकती हैं. तो अगर यूपी-बिहार में भी क्षेत्र की नदियां साफ हो जाएं तो यहाँ भी जुआ खिलाने के लिए फ्लोटिंग कसीनों को बुलाया जा सकता है.

यहां इंसान और सांपों में हैं पिता-पुत्र का रिश्ता!


छत्तीसगढ के जोगीनगर के हर घर में अत्यंत जहरीला सांप पाला जाता है. यहाँ सांपों का लालन-पालन बेटों की तरह किया जाता है. यही नहीं पालतू सांप की अगर किसी कारणवश पिटारे में ही मौत हो जाए तो पालक उसका पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करता है और अपनी मूंछ-दाढ़ी मुंडवाकर पूरे कुनबे को भोज कराता है.

इस फैशन डिज़ाइनर के परिवार में हैं कुत्ते, बिल्लियों सहित 15 जानवर



डिज़ाइनर कपल अल्पना और नीरज मित्तल अपने द्वारा डिज़ाइन किये गए शानदार कपड़ों के लिए तो फेमस हैं ही, साथ ही ये कपल Animal Rescuers के रूप में भी फेमस है. दरअसल ये सड़कों पर बीमार या चोटिल पड़े जानवरों का इलाज करके उन्हें अपने घर का हिस्सा बना लेते हैं. अभी उनके परिवार में 15 जानवर हैं.

तिरुपति के लड्डुओं का 300 साल पुराना राज जानकर चकित हो जायेंगे आप



आपको जानकार हैरानी होगी कितिरुमला तिरुपति के प्रसाद में मिलने वाले लड्डुओं को बनाने का फार्मूला 300 वर्ष पुराना है और इसकी रेसिपी यहां के खास रसोइयों को ही पता होता है. ये सभी रसोइये लड्डूओं को मंदिर की गुप्त रसोई में तैयार करते है, जिसको 'पोटू' कहा जाता है. मंदिर में लगभग 3 लाख लड्डू रोज बनते हैं.

शनिवार, 12 नवंबर 2016

हिंदुस्तान में कहाँ कहाँ आ चुके हैं एलियंस ?


ओडिशा - ताड़पत्र की खुदाई से चला है कि 1947 मे एक यूएफओ को ओडिशा के नयागढ़ जिला मे उतरते देखा गया.
बस्तर - बस्तर मे एक गुफा मे 10 हजार वर्ष पुराने एलियंस से सम्बंधित शैलचित्र मिले है.

लधाख - तिब्बत सीमा पुलिस की यूनिटों ने सन 2010 मे लधाख क्षेत्र मे उडने वाली अनजान वस्तुओं (UFO) को देखा.

इटली में सौ साल से भी ज्यादा उम्र के लोग



आज की जीवनशैली में 100 की उम्र तक पहुंचना बहुत मुश्किल है, लेकिन इटली के एक गाँव में लोगों की आयु सौ साल से भी ज्यादा है. एक शोध के अनुसार यहां के लोग औषधीय गुण वाली रोजमेरी का नियमित सेवन करते हैं. रोजमेरी हर्ब के कारण यहां के लोगों की उम्र इटली के नेशनल एवरेज से काफी ज्यादा है.

जानिए क्यों कुरुक्षेत्र में ही लड़ा गया था महाभारत का युद्ध ?



भरतवंश में राजा कुरु ने कुरुक्षेत्र की भूमि पर हल चलाकर उसे जोता था इसीलिए इस स्थान का नाम कुरुक्षेत्र पड़ा था. राजा कुरु को देवराज इंद्र ने वरदान दिया था कि जो भी व्यक्ति इस स्थान पर युद्ध करते हुए मरेगा, उसे स्वर्ग की प्राप्ति होगी. यही कारण है कि महाभारत का युद्ध कुरुक्षेत्र में लड़ा गया.

ये हैं सबसे ज्यादा पढ़े लिखे क्रिकेटर


माइक ब्रेयरली - कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से परास्नातक.
आर. आश्विन - एस एस एन कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग से बी.टेक. इन इनफार्मेशन  टेक्नोलॉजी.
अनिल कुंबलेराष्ट्रीय विद्यालय कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग से मैकेनिकल  इंजीनियरिंग.
अमय खुरासिया - भारतीय टीम में खेलने से पहले IAS की डिग्री ली.

मिस्बाह-उल-हक़ - लाहौर यूनिवर्सिटी ऑफ़ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी से MBA .

क्या आप जानते हैं आंध्रप्रदेश की भाषा तेलगू का अर्थ


तेलुगु भाषा द्रविड़ परिवार की भाषा और भारत के आन्ध्र प्रदेश राज्य की सरकारी भाषा है. लेकिन क्या आप तेलगू का अर्थ जानते हैं ? दरअसल तेलगू भाषा की मिठास को देखते हुए अंग्रेजों ने इसे 'इटैलियन ऑफ़ ईस्ट' के रूप में वर्णित किया था. क्योंकि माना जाता है की इटैलियन लोग काफी मृदुभाषी होते हैं.

दुनिया के सबसे खौफनाक म्यूजियम


म्यूजियम ऑफ ममीज, मेक्सिको- यहां ममीफाई की जा चुकी बॉडी रखी है.
वेंट हेवन वेंट्रिलॉकिस्ट म्यूजियम, केनटुकी- यहां आँख घुमाने वाले जोकरों के मुखौटे वाकई डरावने हैं.
मूसी डुपायट्रन म्यूजियम, पैरिस- यहाँ भ्रूण और बच्चों के आंतरिक अंगों को शीशे के जार में रखा गया है.

म्यूजियम ऑफ डेथ, कैलिफोर्निया- यहां क्राइम वारदातों को दर्शाया गया है.

यहां इलाहाबाद से पहले होता है संगम



शायद बहुत कम लोगों को पता होगा कि इलाहाबाद के संगम से पहले गंगा और यमुना की धाराएं उत्तरकाशी के धार्मिक स्थल गंगनानी में एक-दूसरे से मिलती हैं. इसके साथ ही यहां केदार गंगा भी गंगा और यमुना के साथ मिलकर संगम बनाती है. जिससे यह स्थान प्राचीन कल से त्रिवेणी संगम के रूप में भी प्रसिद्ध है.

आध्यात्मिक अनुभवों का ठिकाना ग्रीनलैंड



आजकल औद्योगिक पश्चिमी देशों में लोगों का रुझान अध्यात्म की ओर तेजी से बढ़ रहा है. लोग   आध्यात्मिक अनुभवों के लिए दुनिया भर की सैर करते हैं. लेकिन अब इस जलवायु परिवर्तन के युग में ग्रीनलैंड पर्यटकों का लोकप्रिय ठिकाना बन रहा है. ग्रीनलैंड क्षेत्रफल के हिसाब से दुनिया का सबसे बड़ा सबसे विरल जनसंख्या वाला द्वीप है.