शुक्रवार, 26 मई 2017

इस मंदिर में पुजारी भी आँख-मुँह पर पट्टी बांध करते है पूजा, जानें क्यों


चमोली में एक ऐसा चमत्कारिक मंदिर है, जहां श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर से लगभग 75 फीट दूर रहकर पूजा करनी पड़ती है. लोगों का मानना है कि मंदिर में नागराज रहते हें और उनके पास अद्भुत मणि है, जिसकी तेज रौशनी से भक्त अंधे हो सकते है. इसलिए इस मंदिर के पुजारी भी आंख-मुंह पर पट्टी बांधकर पूजा करते हैं.

41 साल पहले बनाया सपनों का महल, अब बेचने जा रहा है…कीमत रखी 700000 यूरो



इग्लैंड में रहने वाले आर्किटेक आर्थर ने 41 साल पहले होमली वैली में अपने सपनों का आलीशान घर बनाया था. खास बात यह है कि यह घर जमीन में नहीं बल्कि पहाड़ों अंदर बना है. लेकिन अब आर्थर ने इस घर को बेचने का मन बना लिया है और इस बेहद खूबसूरत घर की कीमत 700,000 यूरो रखी है.

इन क्रांतिकारी महिलाओं की कुर्बानी इतिहास के पन्नों से गुम हैं



आजादी की लड़ाई में महिलाओं के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता. लेकिन प्रीतिलता वड्डेदार, बीना दास, सुनीति चौधरी, शांति घोष, बेगम हजरत महल कुछ ऐसी क्रांतिकारी महिलाएं हैं, जिनके नाम इतिहास के पन्नों से गुम हैं. ये महिलाओं ने गुप्त तरीके से अपना योगदान दिया और देश को आजादी की राह पर ले जाने के लिए संघर्ष किया.

इस मंदिर में भगवान को चढ़ाया जाता है प्याज, दाल और भुने चावल



आमतौर पर मंदिरों में प्रसाद के रूप में मिठाई चढ़ाई जाती है लेकिन हनुमानगढ़ जिले के गोगामेड़ी नामक स्थान पर स्थित लोकदेवता गोगाजी महाराज के मंदिर में प्रसादके रूप में प्याज, दाल और भुने हुए चावल (खील) चढ़ाई जाती है. इस रेगिस्तानी इलाके में प्याज एवं दाल का महत्व इसीलिए भी है क्योंकि ये लंबे समय तक खराब नहीं होते.

सोमवार, 8 मई 2017

भारत में भी है परमाणु कब्र



झारखंड के Jadugoda जिले में रहने वाले लोग परमाणु विकिरण प्रदूषण से इतना अधिक प्रभावित हैं कि कहा जा सकता है कि अब यहां के सभी गांव रेडिएशन वाले कब्र बन गए हैं. दरअसल यहाँ के ज्यादातर परिवार अपनी बीमारी के इलाज के लिए एक ही अस्पताल में जाते थे और वो था UCIL (Uranium Corporation of India Ltd.). यही वो जगह है जिसकी वजह से यहाँ के आस-पास के गांव बुरी तरह से प्रभावित हो गए.